एसिड सर्वाइवर्स ने खोला सुपर मार्किट चित्रा के वाघ ने किया उदघाटन दौलत खान और कृष्णा कुमार ने उठाया नया कदम
मुंबई: एसिड सर्वाइवर्स साहस फाउंडेशन एसिड सर्वाइवर्स के द्वारा”ऑल इन वन सुपर मार्केट” को लॉन्च करने के लिए एक सामाजिक कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है। यह कार्यक्रम 10 अक्टूबर, शनिवार, की शाम को रंगशारदा होटल, लीलावती अस्पताल के पास, ओएनजीसी कॉलोनी, बांद्रा पश्चिम मुंबई में आयोजित किया जाएगा। इसकी मुख्य अतिथि श्रीमती चित्रा किशोर वाघ (मुंबई बीजेपी की उपाध्यक्ष) और श्री दीपक सावंत फिल्म निर्देशक और अमिताभ बच्चन के मेकअप और हेयर स्टाइलिस्ट हैं जबकि इस कार्यक्रम की गेस्ट ऑफ़ ऑनर हैं सुश्री सोनाली अयंगर, स्नेहा वासरिया,
(भारत की पहली महिला तबला वादक), ऐक्ट्रेस हेमा शर्मा, श्री राजू नाग, श्री दिनेश वाला, श्री अजय सोनावले, रेणुका और कई अन्य
इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। एसिड सर्वाइवर्स महिलाएं भी इस समारोह में मौजूद होंगी, वे कोरोना काल के अपने अनुभव के बारे में कुछ शब्द कहेंगी। ऑल इन वन सुपर मार्केट का पता है – फातिमा/फरहत मंज़िल, 263 ए आर 4, बाज़ार रोड, हाई लैंड कोर्ट के करीब, बांद्रा पश्चिम मुंबई 400050.
उललेखनीय है कि ASSF एक पहल है, यह संस्था 2016 में श्रीमती दौलत बी खान द्वारा शुरू की गई, जो खुद एसिड अटैक की शिकार थी। इस फाउंडेशन की फाउंडर के रूप में दौलत बी खान ने कई उललेखनीय कार्य किए हैं। और ए एस एस एफ फाउंडेशन के डायरेक्टर कृष्णकुमार ने बैग बनाने के वर्क शॉप्स का आयोजन किया। और कई इवेंट्स का आयोजन करके एसिड अटैक की शिकार महिलाओं की भलाई के लिए फंड जमा किए। एक तरह से कृष्णकुमार और दौलत बी खान जोड़ी ने वह ऐसी औरतों की सेवा में लगे रहे और अपने तमाम सोशल नेट वर्क्स के जरिए ऐसी महिलाओं के हित के लिए लगातार काम करती रहीं। संस्था के वॉइस प्रेसिडेंट अखिल शेट्ठी कार्य का भी योगदान उल्लेखनीय है.
इस फाउंडेशन का उद्देश्य एसिड पीड़ितों को आश्रय प्रदान करना है, साथ ही एसिड हमले के बारे में जागरूकता फैलाने, हमले के बाद पैदा होने वाले हालात पर ध्यान केंद्रित करना, इसके परिणाम और समाज की वर्जना के खिलाफ लड़ने के लिए सर्वाइवर्स को जागरूक करना इसका मकसद है।
यह एनजीओ उन रोगियों को पुनर्वास प्रदान करती है जिनमें चिकित्सा सुविधाएं, शिक्षा, कानूनी, नैतिक और वित्तीय सहायता शामिल हैं।
इस फाउंडेशन ने अब तक कई एसिड की शिकार महिलाओं को बड़ी सर्जरी कराने में मदद की है, उनकी बुनियादी मानवीय जरूरतों को पूरा किया है और उनके लिए विवाह की व्यवस्था करके उन्हें एक सामान्य जीवनशैली प्रदान करने की कोशिश की है जैसे कि सुश्री.ललिता और सुश्री कमल। इस नेक काम में एक बड़ा सहारा
एंपल मिशन के मालिक डॉ अनिल मुरारका द्वारा प्रदान किया गया।
एएसएसएफ ने अब तक 30 से अधिक एसिड पीड़ितों को सहायता प्रदान की है जिसमें 9 एसिड हमले की शिकार औरतों की सर्जरी शामिल है।
हमारा नज़रिया ASSF का विज़न यह है कि एसिड हमसे से मुक्त दुनिया हो जहां सर्वाइवर्स और कार्यकर्ता इस नेक काम के लिए मिलकर काम करें। यह पीड़ितों के प्रति सामाजिक धारणा को बदलने से ही संभव हो सकता है। समाज को
एसिड पीड़ितों को पीड़ित के रूप में नहीं देखना चाहिए बल्कि उन्हें विजेताओं के रूप
देखना चाहिए। उन्हें बड़े पैमाने पर सम्मान से भरा होना चाहिए, ताकि वे अपने रास्ते में किसी भी बाधा को न देख सकें। दूसरा पहलू यह है कि हर औसत व्यक्ति एसिड हमले की शिकार महिला की मदद करे जो
एसिड हिंसा के बारे में सुनता है। हर शख्स इस लड़ाई में एक सक्रिय भागीदार के
रूप में सामने आए न कि सिर्फ अफ़सोस ज़ाहिर करके रह जाए।
हमारा लक्ष्य ASSF का मुख्य लक्ष्य पीड़ितों और बचे हुए लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करना है। यह एनजीओ एसिड विजेताओं को एक घर का सहारा प्रदान करने पर गहरा ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसमें एक कार्यशाला भी होनी चाहिए जहां वे अपने हाथों से बैग, कुशन और एंटीक चीजें बनाकर अपनी आजीविका कमा सकते हैं। दौलत बी एक ऐसा बड़ा डिपार्टमेंटल स्टोर खोलने का सपना और महत्वाकांक्षा रखती हैं जो स्वयं एसिड अटैक के खिलाफ जंग जीत चुकी महिलाओं द्वारा संचालित हो गा। इन छोटे लेकिन बड़े कदमों को उठाकर एसिड शिकार से उभरी महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी हो सकती हैं और समाज में अपनी योग्यता साबित कर सकती हैं।
इस सुपरमार्केट को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य एसिड हमले की पीड़ितों को व्यवसाय से अपनी रोज़ी कमाने में मदद करना है। यह दुकान
सप्ताह में 6 दिन खुली रहेगी। यह व्यवसाय एसिड हमले से बचे लोगों को उनके जीवन में आत्म-निर्भर बनने में मदद करेगा।
इस पहल का प्रभाव एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिए एक स्वतंत्र और आत्मनिर्भर जीवन होगा। यह इवेंट हर किसी को कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित करे गा जो भी इस पहल का एक हिस्सा है। कृष्णा कुमार – डायरेक्टर, एसिड सर्वाइवर्स साहस फाउंडेशन बांद्रा पश्चिम मुंबई और पीआरओ रमाकांत मुंडे (मुंडे मीडिया)
छायाकार : दिनेश परेशा